विकासनगर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से रोजगार का सृजन कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। शुक्रवार को स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने ब्लाक मुख्यालय में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। साथ ही बताया कि समूह के माध्यम रोजगार करने पर उनमें आत्मविश्वास का सृजन भी हो रहा है। समूह की सदस्य वंदना ने बताया कि ग्रामीण आजीविका मिशन महिलाओं के जीवन में सामाजिक और आर्थिक बदलाव भी ला रहा है। इसके तहत स्वयं सहायता समह से जुड़ी महिलाएं कुशल कारीगर के तौर पर तैयार हो रही हैं। साथ ही उन्हें अपने उत्पादों को बेचने के लिए सुलभ बाजार भी मुहैया हो रहा है। विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के दौरान अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के साथ ही सरकारी स्तर पर आयोजित सरस आजीविका मेला के तहत बाजार मुहैया कराया जाता है। ब्लाक मुख्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी के दौरान महिलाओं ने ऊन, जूट से बने उत्पादों के साथ ही अचार, दाल, कॉस्मेटिक का सामान, दोना पत्तल की प्रदर्शनी लगाई। जबकि खाद्य पदार्थों के स्टॉल भी लगाए गए। ब्लाक मुख्यालय में आए अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों ने प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के साथ ही अपनी जरूरत का सामान भी खरीदा। प्रदर्शनी में महिला जागृति, प्रगति, नंदनी, स्वाभिमानी, रौनक, एकता, शाइन, धरा जागृति स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। इस दौरान सुमित्रा, शाइरा, नीता राठौर, नजमा इकबाल, सोनिया, अनुपमा, राधिका गुप्ता, मीरा, कंचन, श्यामा चैहान, फरजाना, सुमन, शाइस्ता आदि मौजूद रहे।
महिलाओं ने लगाई स्वनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी